Ganth Gobhi Ki Kheti: गांठ गोभी की खेती कैसे करे? ऐसे पाए मोटा मुनाफा

Ganth Gobhi Ki Kheti | गांठ गोभी का सब्जियों में से एक महत्वपूर्ण स्थान है. बता दे यह पहाड़ी क्षेत्रों की लोकप्रिय सब्जी है. गांठ गोभी का वैज्ञानिक नाम “Brassica Oleracea” है. यह गोल आकार की होती है और दिखने में बिल्कुल बंद गोभी की तरह ही होती है. गांठ गोभी की खेती करना बहुत ही फायदेमंद है क्योंकि इसकी खेती कम लागत में ही तैयार हो जाती है तथा मुनाफा अच्छा खासा हो जाता है.

Ganth Gobhi Ki Kheti
Ganth Gobhi Ki Kheti

प्रिय किसान भाईयों, आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे है कि गांठ गोभी की खेती कैसे करे? गांठ गोभी की खेती के लिए उत्तम जलवायु? गांठ गोभी की खेती वाले राज्य? गांठ गोभी की खेती का समय? गांठ गोभी में लगने वाले रोग और बचाव? गांठ गोभी की खेती के लाभ? गांठ गोभी की खेती में खाद? गांठ गोभी की खेती में लागत व मुनाफा? Ganth Gobhi Ki Kheti आदि की विस्तारपूर्वक जानकारी आपको इस पोस्ट में मिलेगी.

गांठ गोभी खेती की जानकारी

भारत में गांठ गोभी की खेती एक महत्वपूर्ण कृषि व्यापार है. इसकी खेती के लिए उपयुक्त भूमि, अच्छी जलवायु, अच्छे गुणवत्ता के बीज तथा पौधों की आवश्यकता होती है. गांठ गोभी की खेती किसी भी उपजाऊ तथा उचित जल निकासी वाली मिट्टी में की जा सकती है. जिस भूमि का पी.एच मान 6 से 7 के बीच हो वह भूमि गांठ गोभी की खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती है. वैसे, अगेती फसल के लिए अच्छे जल निकास वाली बलुई दोमट मिट्टी तथा पछेती के लिए दोमट या चिकनी मिट्टी उपयुक्त रहती है.

गांठ गोभी की खेती का समय

बता दे गांठ गोभी के पौधे पहले नर्सरी में तैयार होते है. बुवाई की बात करे तो, अगेती किस्म अगस्त से सितंबर और पछेती किस्म अक्टूबर से नवंबर के बीच में बोई जाती है. पौधे जब 4 से 5 सप्ताह के हो जाए तब रोपाई शुरू कर देनी चाहिए. रोपाई के समय पंक्तियों और पौधों की दूरी 25 और 15 सेंटीमीटर होनी चाहिए.

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गांठ गोभी की खेती वाले राज्य

बता दे गांठ गोभी की खेती बंदगोभी और फूलगोभी के मुकाबले में कम की जाती है. इसकी ज्यादातर खेती पंजाब, उत्तर प्रदेश, कश्मीर, बंगाल, असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में की जाती है. वैसे, इसे पहाड़ी क्षेत्रों की लोकप्रिय सब्जी माना जाता है.

गांठ गोभी की खेती के लिए जलवायु

भारत में गांठ गोभी की खेती (Ganth Gobhi Ki Kheti) के लिए ठंडी और गर्म जलवायु की आवश्यकता होती है. पौधे की वृद्धि के लिए औसत तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस अच्छा माना जाता है.

गांठ गोभी की उन्नत किस्में

वर्तमान समय में गांठ गोभी की कई उन्नत किस्में भारतीय बाजार में मौजूद है जिन्हे रोपाई के हिसाब से अगेती तथा पछेती श्रेणी में बांटा गया है. प्रमुख किस्मे इस प्रकार है:

  • अगेती किस्में: अर्ली व्हाईट, व्हाईट वियना
  • पछेती किस्में: पर्पिल टाप, पर्पिल वियना, ग्रीस

गांठ गोभी की वैज्ञानिक खेती

बता दे गांठ गोभी की वैज्ञानिक खेती किसानों के लिए महत्वपूर्ण होती है. इसकी वैज्ञानिक खेती में बीज का चयन, मिट्टी का चयन, नियमित और सही समय पर पानी प्रदान करना भी जरुरी है. इसके अलावा, सही उर्वरकों का प्रयोग और कीट प्रबंधन भी इस फसल की वैज्ञानिक खेती के प्रमुख अंग है. वहीं, गांठ गोभी की वैज्ञानिक खेती से किसान अधिक मुनाफा कमा सकता है.

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गांठ गोभी की खेती कैसे करें?

अगर आप गांठ गोभी की खेती (Ganth Gobhi Ki Kheti) से अच्छी उपज लेना चाहते है तो आपको इसकी खेती सही विधि से करनी होगी. उत्तम विधि से गांठ गोभी की खेती करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करे:

  • गांठ गोभी की खेती करने के लिए आपको सबसे पहले उपजाऊ भूमि का चयन करना होगा.
  • ध्यान रहे जमीन अच्छे से ड्रेन होनी चाहिए ताकि पानी जमा ना रहे.
  • खेत की अच्छे से जुताई करे. समृद्धि खेती के लिए उर्वरक या कॉपोस्ट खाद डाले.
  • खाद डालने के बाद खेत की एक बार पुनः जुताई करके पाटा लगाकर पलेवा कर दे.
  • पलेवा के एक सप्ताह बाद एक बार ओर जुताई कर दे.
  • इसके बाद, अच्छी गुणवत्ता वाले बीज खरीदे. ध्यान रहे बीज उचित समय पर ही लगाए.
  • यदि आप बीज नही लगाना चाहते है तो फिर आप सीधे पौधे भी खरीद सकते है. फिर उन्हें उचित समय पर रोपाई कर दे.
  • पौधे रोपाई के समय पंक्तियों और पौधों की दूरी 25 और 15 सेंटीमीटर रखनी चाहिए.
  • रोपाई के बाद आपको प्रति पौधे को उचित मात्रा में खाद देना होगा.
  • इसके बाद, आपको हल्की सिंचाई करनी है.
  • इस खेती में कीटनाशकों का सही रूप से उपयोग करें. इसके अलावा, आपको खरपतवार का भी विशेष ध्यान रखना है.

गांठ गोभी की जैविक खेती

बता दे गांठ गोभी की जैविक खेती किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प है. इसकी खेती में केवल जैविक खाद उपयोग किया जाता है जो मिट्टी को स्वस्थ रखता है और उसमे पोषण बढ़ाता है. इसमें केमिकल तथा कीटनाशकों का उपयोग बिलकुल भी नही किया जाता. यदि आप गांठ गोभी की जैविक खेती करते है तो इसका प्रभाव आपको इसकी पैदावार में अवश्य दिखाई देगा. इसकी जैविक खेती किसानों के लिए पर्याप्त आय प्रदान कर सकती है और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद करती है.

गांठ गोभी की खेती में सिंचाई

भारत में गांठ गोभी के पौधों को अच्छे से विकास करने के लिए नमी की आवश्यकता होती है इसलिए इन्हे अधिक सिंचाई की जरूरत होती है. इसकी खेती में पौधे की रोपाई के तुरंत बाद ही पहली सिंचाई कर देनी है. इसके बाद में सिंचाई एक सप्ताह के अंतराल पर करनी चाहिए. फिर मौसम के आधार पर इसके पौधे की सिंचाई करते रहे.

गांठ गोभी की खेती में खाद

बता दे अगर आप गांठ गोभी की जैविक खेती कर रहे है और अच्छी उपज लेना चाहते है तो आप भूमि में कम से कम 35 से 40 क्विंटल गोबर की अच्छे तरीके से सड़ी हुई खाद डाले. इसके अलावा, 50 किलोग्राम नीम की खली और 50 किलोग्राम अरंडी की खली अच्छी तरह से मिलाकर खेत में बुवाई से पहले खेत में डाले.

इसके अलावा, यदि आप इसकी खेती में रासायनिक खाद का उपयोग करना चाहते है तो आपको 120 किलोग्राम नाइट्रोजन, 60 किलोग्राम फास्फोरस तथा 60 किलोग्राम पोटाश तत्व के रूप में प्रयोग करना चाहिए.

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गांठ गोभी की खेती के फायदे

बता दे गांठ गोभी की खेती कई तरह के लाभ प्रदान कर सकती है, जिसकी विस्तार सहित जानकारी नीचे दी गई है:

  • खासकर शहरो में गांठ गोभी की मांग अधिक होती है. इससे किसानों को अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है.
  • गांठ गोभी आमतौर पर विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम और फाइबर से भरपूर होते है, जिससे यह स्वास्थ के लिए फायदेमंद होते है.
  • खासकर गांवो में गांठ गोभी की खेती में लोगो के लिए स्वरोजगार का अच्छा अवसर प्रदान करती है.

गांठ गोभी की खेती में रोग

भारत में गांठ गोभी की फसल में कई तरह के कीटो एवं बीमारियों का प्रकोप होता है जिसका उचित समय पर नियंत्रण करना बहुत जरुरी है. गांठ गोभी में लगने वाले कुछ प्रमुख रोगो की जानकारी नीचे दी गई है:

  • काला विगलन
  • पत्ती का धब्बा रोग
  • लालामी रोग
  • काली मेखला
  • डायमंड बैक मोथ
  • आरा मक्खी

गांठ गोभी की खेती की लागत व मुनाफा

बता दे गांठ गोभी की खेती (Ganth Gobhi Ki Kheti) में प्रति हेक्टेयर रोपाई से लेकर कटाई तक कुल लागत लगभग 50 से 70 हजार रुपए तक आती है. यदि हम इसकी पैदावार की बात करे तो इससे 200 क्विंटल/ प्रति हेक्टेयर पैदावार होती है. वहीं, बाजार में गांठ गोभी के दाम 30 से 35 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच रहता है. इस हिसाब से किसान भाई 1 हेक्टेयर के खेत में गांठ गोभी की एक बार की फसल से तकरीबन 6 लाख से 7 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकते है.

FAQ- ज्यादातर पूछे जाने वाले सवाल

गांठ गोभी की खेती कैसे करे?

गांठ गोभी की खेती में बीज का चयन, मिट्टी का चयन तथा अच्छी ड्रेनेज वाली मिट्टी और इसकी खेती में नियमित और सही समय पर पानी प्रदान करना महत्वपूर्ण है.

गांठ गोभी के बीजों को अंकुरित होने में कितना समय लगता है?

गांठ गोभी के बीजों का अंकुरित तापमान के आधार पर होता है. आमतौर पर इसके बीज को अंकुरित होने में लगभग 8 से 10 दिनों का समय लगाता है.

गांठ गोभी कब लगाई जाती है?

यदि आप गांठ गोभी की अगेती किस्म की खेती करना चाहते है तो फिर आपको अगस्त में बुवाई कर देनी चाहिए. यदि आप इसकी पछेती किस्म की खेती करना चाहते है तो फिर आपको इसकी बुवाई अक्टूबर से नवंबर के बीच कर देनी है.

गांठ गोभी की सिंचाई कैसे करे?

गांठ गोभी में सिंचाई की आवश्यकता अधिक होती है. इसलिए आपको इसकी खेती में नियमित सिंचाई करते रहना चाहिए. संभव हो तो आपको सिंचाई ड्रिप विधि से ही करना चाहिए.

एक पौधे में कितनी गांठ गोभी मिलेगी?

जानकारी के लिए बता दे प्रति पौधा एक गांठ गोभी ही मिलेगी. 

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